तेरे इश्क में
तेरे इश्क के दीवाने जो हम हुए ,
पता न चला कब हम खो गए,
चलती नहीं थी जो इस दिल पर जोर किसी की,
ऐसे दीवानगी में जो हम खो गए,
करता रहता जो तुमसे दिल्लगी बातें हरदम,
दिल खो चुकी थी तुम्हारी ख्यालों में हमदम,
तुम्हारे पाने के सपने में हमेशा देखता रहूं जो,
दिल कह रहा था कही खो ना जाऊं बुलबुल,
हल्की हल्की जो ठंड की मुस्कान चल रही थी,
अपने दिल के दिए में अरमान जगा रही थी,
फूलो पर जैसे भवरे अपना मधुर गीत गुनगुना रही थी,
उसकी मीठी रस हमारे इश्क को मधुर कर रही थी,
किया है इश्क मैने उससे बस इस जहां में वफा से,
की दिल हो गया दीवाना तुम्हारी प्यारी सी मुस्कान में,
जिसे मिला नही था वो प्यार किसी गैरों का ,
दिल ने चाहा जिसे तुम्हारी पहली मुलाकात में,
कर दिया सनम तुमने भी ओरो की तरफ दिल से दगा बाजियां,
नहीं सह पाया तुम्हारी लहरों वाली दिल की बैवफायियां,
अब कौन जाने कैसे दिल टूट कर बरस पड़े आंसुओ😢 की मोतियां,
तेरे इश्क में चोट खाए दिल पर अब कैसे बजाऊं तालियां👏,
जब जुदा न हो पाए तुम्हारी यादों के सिलसिले...,
तब कह गए मनीष तुमसे...
तुम्हारे ख्यालों पर तुझमें कही आसमान ढूंढते हैं ,
बांधकर जो रखी है तुमने जो आजादियां ,
उन फिजाओं को तुम सीने ❤️ लगालों न तुम,
लौट आ कर रहा इंतजार सनम मनीष तुम्हारा ,
कुछ कहना चाहता हूं तुमसे तुम झिझक क्यों रही हो😢,
खुला न ब्लॉक कभी उस जालिम जमाने का,
रह गए दिल में दबे प्यार के अफसाने सा,
गर्दिस में भी जो बाते और बहाने बनाए तुमने,
हमे वो फसलों के फसाने तुमसे भीख मांग रहे हैं...,
बस हो गई मिन्नत कर लिए जुलुम इस जमाने से,
मनीष ने वह राह पकड़ी जिस जमाने में सुकून है दिखती,
जिसकी बातों में सच्चाई है लगती,
जिसकी दिल में गहराई है मिलती,
हर मोड़ पर मेरे दुआ की चादर है ओढ़ती,
वो आयेगी मेरी मधु बनकर ये मेरी दिल दुहाई है भरती 🥰,
ऐसे होगी मेरी इश्क की कहानी ये कहकर बेवफा तुमसे दिल जुदाई है लेती,
और उस प्रेम की चौला ओढ़कर है जो मुझे ढकेगी,
ऐसे हमनवा 💖मधु को चूमकर😘मनीष नमन है करती🙏।
धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏
मनीष कुमार मरजावां " प्रिंस"
"💘
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