संभलते- संभलते
जिंदगी के सफर में गिरते पड़ते चलना सीख लिया है लोगों की फिक्र करना छोड़ अपने रास्ता चुन लिया है बड़ी मतलबी दुनिया है यारों जिंदगी में संभलना सीख लिया है। हर मोड़ पर जिंदगी के तजुर्बे सिखाती गई हमने भी जिंदगी के सफर में उबड़-खाबड़
रास्ते पर चलना सीख लिया है। कुछ अजनबी मिले कुछ अनजाने लोग उनसे हमने भी सबक सीख लिया है हमने भी संभलना सीख लिया है चलते-चलते हमने भी जिंदगी के डगर पर चलना सीख लिया है। कभी दुखों का सैलाब देखा कभी सुखों का हर एक मोड़ पर हमने कुछ नया ही सीखा जिंदगी हर एक मोड़ पर कुछ नया किस्सा बयां करती है हमने भी जिंदगी से हर दिन हर पल कुछ नया ही सीखा। जिंदगी के सफर में हमने भी संभलना सीख लिया।.........
सपना कुमारी
बिहार पटना
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