मां
मां साक्षात माता भवानी की अवतार हैं
मां की ममता खत्म हो सकता नहीं क्योंकि वह तो पहाड़ है
मां की ममता को पार कर सके यह असंभव है
क्योंकि मां की ममता अगम और अपार है।
मां घर के सब के लिए हाजिर जवाब हैं
और अपने संतानों के लिए वह तो नवाब है
दुनिया में जिसके पास भी मां हैं वह तो सबसे धनवान है
मेरे साथ भी मेरी मां है इसका हमें भी अभिमान है।
हे ममतामई आपकी दी हुई जीवन आपके नाम करता हूं
हे जन्म देने वाली जनानी आपके लिए जीता और मरता हूं आपके लिए कुछ ना कर पाता हूं इसलिए सौ सौ बार क्षमा मांगता हैं
आप की छाया जीवन भर साथ रहे मैं यही चाहता हूं।
तुम्हारे सामने तुम्हारी संतान की हर गलती क्षम है
यह लिखते हुए मेरे दोनों आंखें नम है
हे मेरी मां मेरी तरफ से आपको सौ बार नमन है
ममता को समेटे रखने का आपके पास बहुत बड़ा दामन है।
मां के बारे में जितना लिखूं वह कम है
और मां का वर्णन कर सके किसकी लिखने में इतना दम है
मां पर कुछ विशेष लिख ना पाया इस बात का हमें गम है
पर क्या करूं शायद मेरी लेखनी में नहीं इतना दम है।
स्वरचित
🙏सुशील चौधरी🙏
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