अहिल्या बाई


सनातन धर्म की रक्षक।
भोलेनाथ की भक्त अहिल्या बाई शत् शत् नमन।। 
किया धर्म हित अथक प्रयास शत् शत् नमन। 
जन जन की सेवा मे रत हर शत् शत् नमन।। 
न्याय किया अपराधी को दण्ड  दिया  शत् शत् नमन। 
है ऋणी राष्ट्र आपका शत् शत् नमन।। 
मालवा की माटी काममान बढ़ाया शत् शत् नमन। 
आशा की कामना यश कीर्ति गाएँ हम शत् शत् नमन।। 
स्वरचित मौलिक अप्रकाशित सर्वाधिकार सुरक्षित डॉ आशा श्रीवास्तव जबलपुर

Comments

Popular posts from this blog

अग्निवीर बन बैठे अपने ही पथ के अंगारे

अग्निवीर

अग्निवीर ( सैनिक वही जो माने देश सर्वोपरि) भाग- ४