उल्टा दांव
रमन जल्दी से बर्तन धुलो,मुझे भूख लगी है_नीता चिल्लाते हुए बोली।
धुल रहा हूं डार्लिंग _जल्दी जल्दी हाथ बर्तनों पर चलाते रमन ने कहा।
पहले नीता ऐसी नहीं थी ,सीधी साधी ,संस्कारी लेकिन रमन की कुछ हरकतों ने उसे जोरू का गुलाम बना दिया था ।
रमन एक दिलफेंक आशिक था,खूबसूरत लड़कियां उसकी कमजोरी थी।ऑफिस में वह एक एलिजिबल बैचलर था।
उसी ऑफिस में नीता नई नई क्लर्क के पोस्ट पर अप्वाइंट हुई थी।सुंदर,आकर्षक ,चुंबकीय व्यक्तित्व की नीता, हर कोई उसका सानिध्य पाना चाहता था,शादीशुदा मर्द भी उसके पास भंवरे की तरह मंडराते थे।
नीता जान कर भी अनजान बन अपने काम से काम रखती थी।
रमन खुद को बड़ा तीसमार खां समझता था ,इसलिए उसने अपने साथ के ऑफिस स्टाफ से शर्त लगाई थी कि, वह नीता को अपने प्यार के जाल में अवश्य फंसाएगा।
नीता की सहेली शालिनी को यह बात उसके पुरुष मित्र जीवन से पता चल गई थी ।नीता सतर्क हो चुकी थी।
रमन मेल जोल बढ़ाने के बहाने खोज ही रहा था ,नीता जानबूझकर उसे मौका देने लगी।
वह कोई न कोई बहाना कर उसके आसपास
मंडराता।
एक दिन नीता ने कहा _सर आज कैब की हड़ताल है ,किसी तरह मुश्किल से सुबह तो आ गई लेकिन शाम को शायद दिक्कत हो,तो क्या
आप मुझे मेरे घर तक छोड़ देंगे।
क्यों नहीं जरूर_रमन को तो जैसे मन की मुराद मिल गई।
शाम को ऑफिस के बाद नीता,रमन के साथ उसकी कार में बैठ कर घर की ओर रवाना हुई।
रमन ने चुपके से अपनी और नीता की सेल्फी खींच दोस्तों को फॉरवर्ड कर दी,और विक्ट्री की इमोजी डाल दी।
रास्ते में उसने नीता से उसके घर परिवार के बारे में पूछा ।
नीता ने बताया उसके मम्मी पापा गांव में रहते हैं।वह यहां अकेली रहती है।रमन की आंखें शरारत से चमक उठीं।
घर पहुंचकर नीता ने रमन का धन्यवाद किया और जाने लगी।
रमन ने कार से उतर कर कहा ,_अब यहां तक आया हूं तो एक कप चाय/कॉफी नहीं पिलाओगी।
नीता झेंप गई ,क्योंकि शिष्टाचार वश उसे पूछना ही चाहिए था।
हां ,क्यों नहीं सर आइए।एक कप कॉफी पी कर जाइए।
रमन मुस्कुराता हुआ अंदर आ गया।दो कमरे का मकान था ,नीता ने उसे खूबसूरती से सजाया था।
उसे ड्राइंग रूम में बिठा ,पानी का ग्लास दे ,नीता कॉफी बनाने चली गई।
नीता दो कप कॉफी बना लाई तभी ,रमन ने उससे पानी मांगा।नीता पानी लेने गई लेकिन, उसे कुछ अटपटा लगा ,क्योंकि आते ही रमन को उसने पानी दे दिया था।वह चुपचाप कमरे की ओट के पास खड़ी हो गई,उसने देखा रमन उसकी कॉफी में कोई पाउडर डाल रहा था।
वह पानी लेकर आई ,रमन ने कॉफी उसकी ओर देते हुए कहा _ चलिए शुरू करते हैं।
नीता ने कहा _हां हां क्यों नहीं।रमन मन ही मन अपनी प्लानिंग पर खुश हो रहा था।
नीता जानबूझकर रमन के करीब आ गई _उसने कहा ,आज मैं अपने दिल की बात आपसे कहना चाहती हूं ,जो इतने दिनों से नहीं कह पाई ।
रमन उसकी बात सुन उठ खड़ा हुआ ,और नीता ने उसने टकराने का नाटक कर थोड़ी कॉफी उसके कपड़े पर छलका दिया।
ओह वेरी सॉरी _नीता बार बार बोलने लगी।
रमन ने कहा कोई बात नहीं,आप का बाथरूम कहां है?
नीता ने उसे बाथरूम बताया और उसकी कॉफी से अपनी कॉफी बदल दिया।
रमन जब तक लौट कर आया ,नीता ने बदली कॉफी पी ली,और उसकी कॉफी की ओर देख कर बोली _सर ये ठंडी हो गई ,गर्म कर के लाती हूं।
रमन ने उसका कॉफी कप खाली पाया तो मुस्कुराया,और बोला कोई बात नहीं ,नीता जी ,मैं ठंडी ही पीता हूं।
नीता मुस्कुराई ,और आंख बंद होने का नाटक करने लगी।
कॉफी पीते ही रमन बेहोश होकर सोफे पर लेट गया।
उसके बाद नीता ने शालिनी को फोन किया और दोनों रमन को बेडरूम ले गईं ,और उसके पास लेट कर वीडियो बना लिया।
जब रमन की नींद सुबह खुली तो उसने नीता को अपने बगल में रोते पाया।
आंखें मींचकर उसने कहा_, मैं कहां हूं ?उसे उठा देख नीता जोर जोर से चिल्लाने लगी _हाय मैं लुट गई ,बरबाद हो गई ।
रमन ने कहा _मैने क्या किया ,मुझे तो खुद नहीं पता की मैं यहां कैसे।
तब तक शालिनी भी आ गई।नीता दौड़ कर शालिनी से लिपट गई ।शालिनी ने फोन दिखाते हुए कहा,_आप इतने गिरे होंगे ,सोचा नहीं था।
चल नीता पुलिस स्टेशन ।
क्या??_रमन डर से चीखा।
हां ,अब इस बेचारी से शादी कौन करेगा ,नीता डरो मत इस दरिंदे को हम सजा जरूर दिलवाएंगे।पुलिस में चलो ,इसकी जॉब भी जाएगी ,सजा होगी सो अलग ,और ये कहीं मुंह दिखाने भी लायक नहीं रहेगा।
नीता सुबकती ,और जोर से दहाड़े मारने लगी।
रमन नीता के पैर पकड़ने लगा।
मुझे माफ कर दो नीता ,तुमलोग जैसा कहोगी वैसा करूंगा ,प्लीज पुलिस के पास मत जाओ,मेरे माता पिता सुनेंगे तो वो लोग जीते जी मर जाएंगे।
शालिनी ने कहा_रमन जी आप नीता से शादी करेंगे ,और नीता की हर बात मानेंगे,अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहिएगा ।
उसके बाद से रमन की जिंदगी बदल गई,दिलफेंक आशिक से रमन भीगी बिल्ली बन गया।नीता ने उसका बनाया प्लान कैसे पलट कर सारा दांव ही उल्टा कर दिया था।
अब वो हुकुम चलाती,और रमन एक नौकर की तरह आदेश पालन करता ।
समाप्त
लेखिका_संगीता सिंह
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