श्रीमती जी का आर्डर
सुबह सुबह एक आवाज़ आई..🗣️
नहीं आएगी काम वाली बाई..🏩🧕
सुनकर मेरी आँखें चकरायी..👀
लो फिर से मैं अटक गया..🫣
ऑफिस जाना लटक गया😰
मीठी जटिल मुस्कान लिये 🫠
श्रीमती जी भागी आयी..🏃🏻♀️
सुनो मेरे प्राण पियारे..👩❤️💋👨
करने है कुछ काम हमारे..📝
बस कुछ घर के संग बर्तन है तुमको चमकाना..🍽️
साथ में दो चार चपाती बनाना..,🫓🫓
फ़िर बच्चों को शाला छोड़ के आना..👨👧👦
मुझको तो है ज़रूरी
पार्लर भी जाना..💅🏻
सखियों के संग घूम कर है आना..💃🏻
dp के लिये सेल्फ़ी भी तो लगाना है..🤳
तब थोड़े नाश्ते में पकोड़े संग चाय भी बनाना..🍱👐
बस एक दो यही करलो मेरे काम🤷🏻♀️
बाकी तो करते ही हो दिन भर आराम😳
तब ही तुम ऑफ़िस को जाना..😱
सुनकर ये सब ज़ाहिर था
हमको चक्कर आना😵💫
बैठ पलंग पर श्रीमती का
रसभरे अंगूरों के चटकारे लेकर😋
एक के बाद एक काम हमकों काम बताना..🤨
भोली सूरत से हमारा घड़ी की सुई ताकना..🧐
देखते हुए हमकों श्रीमती जी का घुर्रा कर झांकना..😠
क्या करते बेचारे राम
नहीं बचा था अब कोई उपाय..🥸
भीतर ही भीतर दे रहे हम हाय..🤬
हम रोएं और वो मुस्काये
ऐसे में मना करने वाला🙅🏻♂️
बहादुर सीना कहाँ से लायें.. 🤕
ग़र जो ऐसी बात मुहं से निकाली..🫣
क़त्ल ही लर देंगी हमरी घरवाली..🤫
नहीं बचा सिवा करने के घरेलू काम..🥺
अब लेकर श्रीमती का नाम..🫤
लग जाओ काम पर..
बोलो जय श्री राम,जय श्री राम जय श्री राम..!!🫡
भारती प्रवीण...✍🏻💕
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