"किस्से जीवन के हिस्से"



जो बीत जाते हैं लम्हें
वो किस्से बन जाते हैं 

ये किस्से ही तो 
जीवन के हिस्से बन जाते हैं 

कुछ को सोच कर ये मन
हर्षित हो जाता है

तो कुछ को सोच कर ये मन
द्रवित हो जाता है

कुछ किस्से होठों पर 
मुस्कान ले आते हैं

तो कुछ किस्से इन आंखों को
नम कर जाते हैं

आते हैं जब याद
नए, पुराने से एहसास

ये एहसास ही तो 
किस्सों की दास्तां सुनाते हैं

जो बीत जाते हैं लम्हें 
वो किस्से बन जाते हैं

ये किस्से ही तो जीवन के
हिस्से बन जाते हैं ।।
कविता गौतम...✍️

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