किस्सा नया पुराना

किस्सा तो है पुराना पर नया सा लगता है, 
जैसे अभी देखा हो अभी पाया हो, 
आज भी इंतजार है, पर वो कुछ खफा सा लगता है, 
आज भी कुछ नया सा लगता है। 
   किस्सा तो है पुराना,
बात बात पर रूठ जाना हर बार तुझे मनाना, 
थोड़ी ही देर मे तेरा मुस्कुराना, कल फिर आऊंगा , 
कह के जाना, आज भी नया सा लगता है। 
       किस्सा तो है पुराना, 
कसमों वादो मे मुझे बांध देना, 
कई जन्मों का रिश्ता है अपना कह देना, 
अब न जाउगा दुर तुमसे ये बता देना , 
आज भी नया सा लगता है।
किस्सा तो  है पुराना , 
आज भी बैठीं हू कि तु आएगा, 
जुदाई का एक क्षण न देगा, मुझे तु ले जाएगा, 
रोज तो आता है  ख्वाबों मे, न जाने हकीकत मे कब आएगा, 
जल्दी आऊंगा कह कर, न जाने कब आएगा, 
किस्सा तो है पुराना पर आज भी नया सा लगता है ।।

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