" अग्निपथ "


जीवन एक संघर्ष है,
बिना संघर्ष के जीवन अधूरा है..

कुछ ना आए हाथ तो,
समझ लेना डुबकी अधूरी है..

चाहे जितना मुश्किल हो,
पहला कदम जरूरी है...

पीछे मत देखो ,नीचे मत देखो,
सर पर आसमां है उसे उठ कर देखो...

नाकामयाबी का जब बढ़ता है अंधेरा,
तब लगता है सफर अकेला-अकेला..

जिंदगी की राहों पर जो मुश्किलों से लड़ा है,
वही सफलता की रेस में आगे खड़ा है...

सह ले तो दर्द सह ले तू मुश्किल,
अब खत्म ना होगी तेरी ये जंग..

मत भूलो कि तुमने,
क्या सहा और क्या है झेला
क्योंकि अंधेरे के बाद आता है सवेरा...

इस दुनिया में जो लोग हिम्मत नहीं खोते,
सफल होने के रास्ते
उसके लिए कभी बंद नहीं होते..

सुबह की सूरज को
जो चीर कर  हैं निकलते
वही इंसा अग्निपथ के रास्ते से आगे है निकलते..

मंजू रात्रे  (कर्नाटक )

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