सबका सपना मनी मनी


पैसा और इंसान का रिश्ता बड़ा गहरा है, 
सदियों से ही चला आ रहा है , 
     पैसा ही तो सब कुछ है, 
पैसा है तो पहचान है  वरना सब बेकार है, 
सब करते पैसा पैसा, इसके पीछे पागल इंसान है, 
बड़ी अजीब कहानी है, इसके बिना जिंदगी विरानी है, 
मनी मनी के चक्कर में सब लोग हुए घनचक्कर है, 
अपने भी साथ छोड़ देते है जब जेब खाली होती है, 
गैर भी अपने हो जाते है जब बटुऐ भरे होते है, 
लोभ इसका इतना है कि सपने मे भी दिखता पैसा , 
      दूर कर देता है इंसान को इंसान से , 
          लोभ है इसका इतना बड़ा, 
      सपने मे भी बडबडाऐ पैसा पैसा, 
यही सबकी जुबानी है, बड़ी अजीब कहानी है।

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