एक शापित जगह

🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱
एक वक़्त ऐसा भी था
ज़िन्दगी में हमारी कभी
जो दिल के दुनिया में
हर पल मोहब्बत की
एक दरिया बहती थीं
हँसना व दिल से मुस्कुराना
इन आँखों में न कभी
कोई गम के न नमी रहती थीं
चाहत के हँसीन सपनो में
मेरे नींदे हर रात खोये रहते थे
साँसो में खुशबू इश्क़ का
कुछ इस तरह महका करते थे
जाने खुदा को मंजूर न हुआ
जो खुशी की मन्नते थीं उनसे
या सितम हुआ तकदीर का हम पे
ये ज़िन्दगी यूँ वीरान होगयी
जिन आँखों में मस्ती भरी थीं प्यार का
अब उनसे नदिया बहती है दर्द की
अब किसी का बसेरा न दिल में
यूँ लगता है नैना ये दिल की दुनिया
एक शापित जगह होगयी.....!!
🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱🌼🌱
नैना... ✍️💕

Comments

Popular posts from this blog

अग्निवीर बन बैठे अपने ही पथ के अंगारे

अग्निवीर

अग्निवीर ( सैनिक वही जो माने देश सर्वोपरि) भाग- ४