गुलामी मर्दन की प्रेरणा मदन जी धींगरा---


उद्देश्य पथ का दृढ़ निराला
परिवार परिवश परिधि से
स्वच्छंद स्वंत्रता की वेदना
अन्तर्मन।।

स्वादेशी का दीवाना अंग्रेजी
अंग्रेजीयत नीति नियत प्रतिशोध।।

कर्म काल युवा नौजवान मदन धींगरा क्रांति की लौ भारत की युवा जगृति
प्रेरणा मशाल बोध।।

शिक्षा समय काल से गुलामी विरोध अंग्रेजी वस्त्र का विरोध।।

पिता इच्छा से लंदन शिक्षा वीर सावरकर साक्षात्कार प्रभाव गुलामी का प्रबल प्रतिरोध।।

इंडियन हाउस में श्याम कृष्ण
वर्मा की आशाओं का विश्वाश स्वतन्त्रता सोच।।

सार्थकता का निर्विकार अविरल
भाव प्राभा प्रवाह साहस शक्ति  उदयीमान सौर्य अजोर।।

सावरकर की परीक्षा हाथ मे सूजे को दिया घोप ना दर्द पीढ़ा सिर्फ हृदय में गुलाबी की ज्वाला प्रतिरोध।।

कर्नल वायली को मौत के घाट उतारा पश्चाताप नही अत्याचार गुलामी भारत  जन जन आकांक्षा स्वतंत्रता सत्य सोच।।

अच्छा खासा परिवार पिता की चाहत का सत्य मूक प्रतिरोध।।

सात भाईयों में छठा मदन ऐसा
क्रांति अजोर जिसके प्रकाश विश्वास
परिवार को अस्वीकार ।।

किया भारत के जन जन की आत्म स्वर ने स्वीकार लंदन में गर्जन गर्जना
शेर शौर्य की युवा युग ने अंगीकार किया।।
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीतांम्बर 
गोरखपुर उत्तर प्रदेश

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