किसी एक की बात क्या करें
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किसी एक की क्या बात करें हम
इस जहाँ में हर किसी के दिल में कयी राज़ छुपे मिले हैं
कुछ बोलना भी सज़ा हो जैसे सबके
अपने होठों को कुछ ऐसे खामोश कर बैठे हैं
कैसे कोई ख़ुश होजाते हैं
किसी के जज़्बातो से खेल कर
ज़रा भी आह नहीं होती हैं इन्हे
जाने किस मिट्टी से बने हुए होते हैं
सहने वाले दिल भी कमाल के हैं यहाँ के
अपने दर्द को भी दिल में ही कही दबा बैठे हैं
मासूम दिल कभी दर्द बयां नहीं करता
कही कोई अपनों में से दूर ना होजाए
बांधे रखता हैं डोर रिस्तो के बड़े प्यार से
लेकिन कयी दिलो ने नफरद के जाल बुने बैठे होते हैं
बहुत ही मुश्किल होता हैं पढ़ पाना ज़िन्दगी में
किसी के हँसती आँखों में छुपी नमी को
शायद ही कोई दें पाये वो खुशी ऊन सुनी आँखों को
जो बेरंग सी अपनी ज़िन्दगी लिए नैना
तन्हाई को ही अपनी हकीकत मान बैठे हैं
किसी एक की क्या बात करें हम
इस जहाँ में हर किसी के दिल में कयी राज़ छुपे मिले हैं
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नैना....✍️✍️✍️
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