प्रेमचंद और किसान
आपको ह्रदय तल से नमन
ना कोई हुआ है ना होगा तुमसा कोई महान,नाम धराया तुमने मुंशी प्रेमचंद पर थे आप किसान महान!
साहित्य पर मजबूत पकड आप रखते थे,
रचनाओ मे अपनी किसानो से मजबूत जुडाव आप रचते थे!
नेक भावना से ही प्रेरित होकर, बडे घर की बेटी,नमक का दारोगा,सौत,आभूषण, कामना, प्रायश्चित,सति आदि रच पाए थे,
अंतिम रचना मंगलसूत्र रचकर महान कथा सम्राट यूं ही नही कहलाए थे!
किसानो की दुर्दशा पर महाकाव्य 'प्रेमाश्रय' रच डाला,
सवा सेर गेहूं मे किसानो की कर्ज को लेकर हुई दुर्गति पर प्रकाश डाला!
गोदान मे पात्र 'होरी' का मार्मिक चित्रण दिल दहलाता है,
आपके जैसा कृषक प्रेमी सदियो तक स्मृति पटल पर अक्स अपना दिखलाता है!
श्वेता अरोडा
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