सबसे छूपा कर



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बयां नहीं करते हैं दिल के दर्द सबसे
उसे दिल में ही कही छुपा लिया करते हैं
रोके भी जो ना रुके नमी आँखों में तो 
सबसे छुपा कर आसानी से वो किनारे पोछ लिया करते हैं...!!

बहुत मुश्किल होती हैं समझ पाना उस दर्दे दिल को 
जो जख्म कभी भरता नहीं वो किसी अपने ही दी हो
चुभती हैं साँसे भी जीना मुश्किल हो जाया करते हैं 
सबसे छुपा कर आसानी से वो किनारे पोछ लिया करते हैं...!!

रहा करते हैं भीड़ में भी तन्हा कोई भी खुशी रास नहीं आती
मर चुके होते हैं असल में वो बस फर्क इतना हैं जान नहीं जाती
खलती हैं हर वक़्त कमी किसी के जब कोई हाले दिल पूछता नहीं तो
सबसे छुपा कर आसानी से वो किनारे पोछ लिया करते हैं...!!

कितना तकलीफ होती हैं ज़िन्दगी में जब हँसना भी हो मज़बूरी
यादो में जिया करते हैं किसीके मरना भी नहीं होती हैं मंज़ूरी
क्या होती हैं दर्द ज़िन्दगी की जाकर उस दर्दे दिल से पूछे जो
सबसे छुपा कर नैना आसानी से वो किनारे पोछ लिया करते हैं...!!
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नैना...✍️✍️💔

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