पवित्र रिश्ता
रिश्ता पवित्र मेरा माता पिता से
उन्होंने मुझको जन्म दिया
निःस्वार्थ जिन्होंने प्यार दिया
सपने जो देखे थे मैंने
उन सपनों को आकार दिया
रहूं सदा संतोषी मन में
ऐसा मुझे सुविचार दिया
अपनी गलती को समझ सकूं
ऐसा मुझे संस्कार दिया
विनम्रता हो बातों में अपनी
ऐसा शिष्टाचार दिया
खुशियां जिस आंगन में खेले
ऐसा इक परिवार दिया
एक अच्छा इंसान बनाकर
उनने मुझ पर उपकार किया
नमन करूँ में सादर उनका
जीवन मेरा संवार दिया
✍🏻प्रीति ताम्रकार
जबलपुर
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